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last on 02-FEB-2025, 01:56 PM IST.
G.722 और Opus कोडेक की आवश्यकता
क्यों है, यह समझने के लिए
नीचे दी गई जानकारी को पूरा पढ़ना आवश्यक है
1.
PCMU व PCMA (जिसे U-Law व E-law भी कहते हैं) वास्तव में
G.711 codec के दो Variants हैं जो 1972 में उपलब्ध हुई थी. यह एक अत्यंत
ही साधारण Voice-codec है जो Voice-communication हेतु 8
bit/sample के दर
से 8-kHz की Sampling-frequency की इस्तेमाल करते हुए बिना Compression
[8 x 8 = 64 kbit/s] की Bandwidth-consumption करती है और क्यूंकी यह Voice-codec किसी प्रकार की Compression नहीं करती है, CPU की इस्तेमाल
न्यूनतम होती है. तत्पश्चात क्यूंकी 8
bit/sample के दर
से 8-kHz की Sampling-frequency कम है इसलिए यह Codec एक HD Codec नहीं है जिसके
फलस्वरूप Voice-communication के दरमियान
Voice-clarity साधारण रहती है. यह Codec एक Free Voice-codec है जो सामान्य रूप से सभी प्रकार के IP Phones एवं/या अन्य
VoIP devices पर उपलब्ध
रहती है. CONSAM: इस प्रकार क्यूंकी इसमें Voice-communication के दरमियान Voice-clarity साधारण रहती है इसलिए हम इसका इस्तेमाल Avoid करते हैं.
2.
G.722 नामक Voice-codec
1977 में
उपलब्ध हुई थी. यह एक पुरानी और HD Voice-codec है जो Voice-communication हेतु 14
bit/sample के दर
से 16-kHz की Sampling-frequency की इस्तेमाल करते हुए [16 x 14 = 224
kbit/s] को 64 kbit/s तक Compress कर उपरोक्त
वर्णित PCMA/PCMU [G.711] जैसे Codec की ही तरह 64 kbit/s की Bandwidth-consumption करती है. क्यूंकी उक्त
Voice-codec 64 kbit/s की 224 kbit/s तक पहुँचती है इसलिए यह एक HD Voice-codec बनती है और
क्यूंकी उक्त Voice-codec, 224 kbit/s को 64 kbit/s तक Compress करती है इसलिए PCMA/PCMU [G.711]
जैसे
Codec की तुलना में थोड़ी अधिक CPU का इस्तेमाल
करती है. उक्त Voice-codec के एक HD Voice-codec होने के फलस्वरूप
एक Superior Voice-clarity के साथ Voice-communication संभव होती है. यह Codec एक Free Voice-codec है जो सामान्य रूप से सभी प्रकार के IP Phones एवं/या अन्य
VoIP devices पर उपलब्ध
रहती है. CONSAM: इस प्रकार क्यूंकी इसमें Voice-communication के दरमियान Superior HD voice-clarity रहती है, PCMA/PCMU [G.711] जैसे Codec की ही तरह 64 kbit/s की Bandwidth-consumption करती है और सामान्य रूप से
सभी प्रकार के IP Phones एवं/या अन्य VoIP devices पर उपलब्ध रहती है इसलिए इसलिए CONSAM के द्वारा उक्त को आवश्यक रूप से एक Fixed IP Phones एवं/या अन्य VoIP devices पर इस्तेमाल की जाती
है.
3. Opus नामक Voice-codec
वर्तमान
की एक उन्नत Voice-codec है जो एक 4G LTE जैसे Internet पर कार्य करने हेतु एक सर्वोत्तम Voice-codec है जैसा
की web-link पर दी गई
है एवं जिसके
आलोक में निम्नलिखित उल्लेखनीय है:
3.1. Opus के द्वारा 6 kbps जितनी Bandwidth का इस्तेमाल किया जा सकता है जो PCMA/PCMU [G.711]
या G.722 नामक
Voice-codec की मात्र 9.375% है.
3.2. आगे Opus में
“Packet Loss Resilience” है जिसके कारण यह 30% packet loss के साथ भी intelligible [सुनने योग्य]
Conversations संभव बनाती है.
3.3. आगे Opus में “Adaptability” है जिसके कारण Network-fluctuation के क्रम में यह बिना Conversation को बाधित किए हुए Automatically कम Bandwidth की उपभोग
करने लगती है.
3.4. यह एक Free Voice-codec है लेकिन यह अत्याधिक CPU का इस्तेमाल करती है क्यूंकी इसमें उपरोक्त धारा 3.1 से 3.3 में वर्णित Facility है.
3.5. CONSAM: एक Mobile IP/
VoIP device में 4G/5G के माध्यम से ही Internet पहुँचती है जो Stable नहीं रहती क्यूंकी व्यक्ति के द्वारा Movement में रही जाती है और इस प्रकार Opus नामक Voice-codec की आवश्यकता होती है ताकि बिना कटे बेहतरीन Voice-clarity सुनिश्चित की जा सके. दूसरी
तरफ Opus नामक Voice-codec के द्वारा PCMA/PCMU [G.711] या G.722 नामक Voice-codec की तुलना में अत्याधिक CPU का इस्तेमाल होता है जिसके कारण सस्ते Quality के Mobile IP/
VoIP device के उपयोग में कठिनाई
होती है. इस प्रकार CONSAM के द्वारा इस निष्कर्ष पर उतरा गया है की हम ख़ासकर एक Smart Android के मोबाइल पर VoIP Application में Opus नामक ही Codec दें क्यूंकी ऐसा देखा गया है की Users के द्वारा खुद की Investment पर समान्यतः अच्छी Quality की Mobile Devices रखी जाती है.
Other notes:
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At this link provided by our COO, Mr. Adhikary, we have
Bandwidth usage data by various Codec.
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At this link
we have VoIP several VoIP voice codec samples available to hear and compare.
End